Operation Sindoor: पाकिस्तान को लेकर भारत और तुर्की के बिगड़े संबंध, इस्तांबुल में फंसे 500 के करीब गुजराती, जानें वजह

 India Turkey News: पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की थी तो तुर्की ने पाकिस्तान का साथ दिया था। इसके चलते दोनों देशों के संबंधों में तनाव देखा जा रहा है। इस बीच सामने आया है कि तुर्की में 500 गुजराती फंसे हुए हैं।


अहमदाबाद

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए बदला लिया था। भारत ने सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इतना ही नहीं पाकिस्तान की तरफ से हुए सैन्य एक्शन का भी मुंहतोड़ जवाब दिया था लेकिन इस सब के बीच भारत को छोड़कर पाकिस्तान के साथ गए तुर्की से रिश्ते तल्ख हो गए थे। इसके बाद देशभर में बॉयकॉट तुर्की अभियान भी चल रहा है, बड़े पैमाने पर लोगों ने तुर्की के साथ अजरबैजान की ट्रिप रद्द की है, लेकिन इस सब के बीच तुर्की में 500 के करीब गुजरारियों के फंस जाने की बात सामने आई है।


तुर्की में फंसे हैं गुजराती

'टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के अनुसार भारत और तुर्किये के बीच रिश्तों में तनाव बढ़ गया है। इसकी वजह से कई भारतीय मुश्किल में फंस गए हैं। ये वो लोग हैं जो गैरकानूनी तरीके से अमेरिका जाना चाहते थे। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 500 या उससे भी ज्यादा गुजराती इस्तांबुल में फंसे हुए हैं। इस्तांबुल एक ऐसा शहर है, जहां से गैरकानूनी तरीके से अमेरिका जाने वाले लोग अक्सर गुजरते हैं। तुर्किये और अजरबैजान ने पाकिस्तान का समर्थन किया था। इसलिए, लोगों ने इन दोनों देशों के सामान का बहिष्कार करने की बात कही है। इससे स्थिति और भी खराब हो गई है


इस्तांबुल है बड़ा स्टॉप ओवर

एक सूत्र ने बताया कि गुजरात, पंजाब और दिल्ली में कुछ लोग हैं जो गैरकानूनी तरीके से लोगों को विदेश भेजने में मदद करते हैं। ये लोग इस्तांबुल और मेक्सिको के रास्ते लोगों को भेजते हैं। ये लोग नकली कागजात बनवाते हैं, जैसे कि पासपोर्ट और वीजा। ये सब इस्तांबुल या दुबई में होता है। फिर ये लोग मेक्सिको के शहरों से अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हैं। सूत्र ने कहा, "इमिग्रेंट्स इस्तांबुल या दुबई में रुकते हैं। वहां वे नए पासपोर्ट और वीजा लेकर अपनी पहचान बदलते हैं। फिर वे मेक्सिको जाते हैं, ज्यादातर कैनकन शहर में रहते हैं। वहां से वे अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हैं।"


पहले दुबई था बड़ा ठिकाना

दुबई में सुरक्षा कड़ी होने के बाद इस्तांबुल एक नया ठिकाना बन गया था। लेकिन अब राजनयिक संकट की वजह से ये नेटवर्क टूट गया है। इस्तांबुल में फंसे हुए लोग अब मुश्किल में हैं। उनके पास न तो वापस जाने का रास्ता है और न ही आगे बढ़ने का। एक व्यक्ति ने बताया कि फ्लाइट्स रद्द हो गईं, एजेंट छिप गए, और जो लोग मदद करते थे, उन्होंने भी हाथ खींच लिए। डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका में गैरकानूनी तरीके से जाने वाले लोगों की संख्या कम हो गई है। तुर्की में फंसे गुजारतियों के वे लोग शामिल हैं जो कुछ समय पहले वहां गए थे।



पंजाब और आंध्र प्रदेश के भी लाेग!

एक एजेंट ने बताया कि पहले दुबई में रुकना सुरक्षित नहीं था। वहां एक चार्टर्ड फ्लाइट को रोक दिया गया था, जिसके बाद सख्ती बढ़ा दी गई थी। इसलिए, मानव तस्कर अपने क्लाइंट्स को अजरबैजान के बाकू या इस्तांबुल भेजने लगे। अब तुर्किये और बाकू के साथ तनाव के कारण इमिग्रेंट्स वहां फंसे हुए हैं।

सिर्फ गुजराती ही नहीं, पंजाब और आंध्र प्रदेश के लोग भी तुर्किये में छिपे हो सकते हैं। इस तरह की मानव तस्करी को 'डंकी रूट' कहा जाता है। यह कई सालों से चल रहा है। एजेंट लोगों को सुरक्षित रास्ता और अमेरिका में अच्छी नौकरी का वादा करते हैं। इसके बदले में वे प्रति व्यक्ति 60 लाख से 1 करोड़ रुपये तक लेते हैं।


यह भी पढ़ें - पहलगाम आतंकी हमले के आज एक महीने पूरे हो गए हैं. इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद घटना की जांच से लेकर पाकिस्तान को सबक और ग्लोबल मिशन तक, क्या-क्या हुआ?

Popular posts from this blog

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार गुजरात पहुंचेंगे PM मोदी, 50 हजार करोड़ की परियोजनाओं की देंगे सौगात

गुजरात को बड़ी सौगात, दाहोद में 9000HP का पहला लोकोमोटिव इंजन देश को समर्पित करेंगे PM मोदी